बिन्दु: cipher point spot dot iota DOT jot bindu -
उदाहरण वाक्य
1.
दिक् (समष्टि) में किसी भी वस्तु अथवा कण की स्थिति बताने के लिए एक निर्देश बिन्दु की आवश्यकता होती है।
2.
बिन्दु कण की स्थिति किसी समष्टि में निर्देश तन्त्र में यादृच्छिक रूप से स्थिर निर्देश बिन्दु O के सापेक्ष परिभाषित की जाती है जहाँ निर्देश बिन्दु O मुल बिन्दु पर स्थित होता है।
3.
बिन्दु कण की स्थिति किसी समष्टि में निर्देश तन्त्र में यादृच्छिक रूप से स्थिर निर्देश बिन्दु O के सापेक्ष परिभाषित की जाती है जहाँ निर्देश बिन्दु O मुल बिन्दु पर स्थित होता है।